Elcid Investments shares बीएसई नीलामी के बाद एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स के शेयर 2.25 लाख रुपये तक पहुंच गए, और भारत के सबसे महंगे स्टॉक के रूप में एमआरएफ को पीछे छोड़ दिया।
Elcid Investments shares में निवेशकों को हाल ही में अप्रत्याशित रिटर्न मिला है। यदि किसी ने कुछ महीनों पहले इसमें 1 लाख रुपये का निवेश किया होता, तो यह राशि 670 करोड़ रुपये में बदल गई होती।
Elcid Investments एक लो-प्रोफाइल कंपनी है, जिसके शेयर आमतौर पर कम मात्रा में ट्रेड होते हैं। इसके शेयरों की अप्रत्याशित वृद्धि का मुख्य कारण यह है कि कंपनी के पास कई ब्लू-चिप कंपनियों के शेयर हैं, जिनकी बाजार में काफी ऊंची कीमत है।
Elcid Investments की संपत्ति मूल्यांकन में अचानक हुई बढ़ोतरी ने निवेशकों के लिए इसे एक आकर्षक विकल्प बना दिया, जिससे शेयर की कीमत में तेजी आई।
हालांकि, इस तरह की स्थिति को “वैल्यू ट्रैप” के रूप में भी देखा जाता है, क्योंकि ऐसे रिटर्न सामान्यतः लगातार नहीं रहते हैं और इसमें जोखिम भी अधिक होता है।
29 अक्टूबर को Elcid Investments ने MRF को पीछे छोड़ते हुए भारत का सबसे महंगा शेयर बनने का खिताब हासिल किया। BSE द्वारा होल्डिंग कंपनियों के मूल्य निर्धारण के लिए आयोजित नीलामी की वजह से Elcid का प्रत्येक शेयर 2.25 लाख रुपये का निर्धारित किया गया।
dalal Street पर इस स्मॉलकैप स्टॉक ने इतिहास रच दिया, जब इसका शेयर मूल्य एक ही दिन में 3.53 रुपये से बढ़कर 2,36,250 रुपये हो गया, जो कि लगभग 66,92,535% की चौंकाने वाली वृद्धि है। वहीं, उसी दिन MRF के शेयर BSE पर 0.61% की गिरावट के साथ 1.22 लाख रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए।
Elcid Investments shares की यह असामान्य वृद्धि कंपनी की संपत्तियों और होल्डिंग्स के मूल्य को लेकर निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाती है।
Elcid Investments का उच्चतम ट्रेड मूल्य 4.58 लाख रुपये था, लेकिन मूल्य निर्धारण नीलामी में इसका मूल्य 2.25 लाख रुपये प्रति शेयर पर निर्धारित किया गया।
BSE ने 28 अक्टूबर को होल्डिंग कंपनियों के मूल्य खोज के लिए एक नीलामी आयोजित की थी, जिससे Elcid के शेयर का वास्तविक मूल्य निर्धारित हुआ।
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