Karwa Chauth 2024 करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं और अविवाहित लड़कियों के लिए विशेष महत्व रखता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत को विधिपूर्वक करने से विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है,
Karwa Chauth 2024 जबकि अविवाहित लड़कियों के जल्द विवाह के अवसर बनते हैं। यह पति-पत्नी के रिश्ते में भी मधुरता लाता है। इस वर्ष करवा चौथ 20 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस दिन पूजा के दौरान व्रत कथा का पाठ न करने से शुभ फल की प्राप्ति में कमी आ सकती है, इसलिए इसे करना जरूरी है।
Karwa Chauth 2024 शुभ मुहूर्त (Karwa Chauth 2024 Shubh Muhurat)
समय – सुबह 06 बजकर 34 मिनट से शाम 07 बजकर 22 मिनट पर
Karwa Chauth 2024 पूजा मुहूर्त – शाम 05 बजकर 47 मिनट से 07 बजकर 04 मिनट तक
करवा चौथ के दिन चन्द्रोदय का समय – शाम 07 बजकर 22 मिनट पर
करवा चौथ व्रत की कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, एक ब्राह्मण के सात बेटे और एक कन्या, वीरावती, थी। एक बार वीरावती ने मायके में करवा चौथ का व्रत किया। व्रत के दौरान उसने अन्न और जल का सेवन नहीं किया
जिससे वह बहुत परेशान हो गई। उसके भाइयों ने गांव के बाहर एक वट वृक्ष पर लालटेन जलाकर उसे बताया कि चन्द्रमा निकल आया है और उसे अर्घ्य देने के लिए कहा।
वीरावती का ससुराल से बुलावा
अर्घ्य देने के बाद, वीरावती भोजन के लिए बैठी। पहले कौर में बाल निकला, दूसरे में छींक आई, और तीसरे में ससुराल से बुलावा आया। जब वह ससुराल पहुंची, तो उसे पता चला कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी थी, जिससे वह बिलख-बिलखकर रोने लगी।
विधिपूर्वक करवा चौथ का व्रत:
इसी समय इंद्राणी ने वीरावती से कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चर्तुथी तिथि का व्रत करने को कहा। वीरावती ने विधिपूर्वक व्रत किया। व्रत के पुण्य से उसके पति को पुनः जीवन मिल गया। तभी से पति की लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत करती हैं, जिससे पति को दीर्घायु का वरदान मिलता है। यह परंपरा आज भी जारी है।
Pingback: South Africa vs New Zealand Women
Pingback: karwa chauth 2024 katha