Malayalam actor Siddique gets anticipatory bail from Supreme Court
सुप्रीम कोर्ट ने Malayalam actor Siddique को 2016 के एक यौन शोषण मामले में anticipatory bail (पूर्वानुमान जमानत) दी है। यह मामला 2023 में दायर किया गया था, जबकि घटना आठ साल पहले की बताई जाती है। अदालत ने सिद्धिके को अपना पासपोर्ट जमा करने और पूरी तरह से जांच में सहयोग करने का आदेश दिया है।
यह मामला न्यायमूर्ति हेमा आयोग की रिपोर्ट के बाद ज्यादा सुर्खियों में आया, जिसमें मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न और भेदभाव की समस्या को उजागर किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (19 नवंबर 2024) को आदेश दिया कि अगर मलयालम अभिनेता सिद्धिके को यौन शोषण मामले में गिरफ्तार किया जाता है, तो उन्हें जमानत दी जाए, बशर्ते कि वे संबंधित ट्रायल कोर्ट में अपना पासपोर्ट जमा करें और जांच में पूरी तरह से सहयोग करें। यह आदेश एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि इसे मामले की गहनता और जांच में सहयोग की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए लिया गया।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति बेला एम. त्रिवेदी और एस.सी. शर्मा की पीठ ने अभिनेता सिद्धिके की अपील को मंजूरी दी, जिसमें उन्होंने 2016 में एक महिला द्वारा दायर यौन शोषण की शिकायत पर राहत मांगी थी। महिला का आरोप है कि अभिनेता ने एक होटल में उसका बलात्कार किया था।
कोर्ट ने सिद्धिके को जमानत देने का आदेश दिया, लेकिन इसके लिए उन्होंने जांच में पूरा सहयोग करने और अपना पासपोर्ट जमा करने की शर्त रखी।
Malayalam actor Siddique पर लगे आरोप उस समय सामने आए जब इस साल मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न से जुड़े कई मामले सामने आए। सुनवाई के दौरान, सुप्रीम कोर्ट ने शिकायतकर्ता से यह सवाल पूछा कि शिकायत दर्ज करने में आठ साल क्यों लगे। ऐसे मामले में यह सवाल अक्सर उठता है, क्योंकि अदालतें जानना चाहती हैं कि इतने लंबे समय बाद आरोप क्यों लगाए गए।